क ख ग घ ङ च छ ज झ ट ठ ड ढ ण त थ द ध न प फ ब भ म य र ल व श ष स ह क्ष त्र ज्ञ अक्षर देवनागरी लिपि में हैंडराइटिंग कैसे सुधारें।।हैंडराइटिंग कैसे सुधारें 1दिन में। हैंडराइटिंग कैसे सुधारें हिंदी में,#wr भाषा की ध्वनियों को लिपिबद्ध करना लिखना (writing ) कहलाता है।और अक्षरों या वर्णों को आकर्षक बनाना या सुंदर बनाना,लेखन कला कहलाता है और कला ही जीवन है। और हमारा उद्देश्य- 1. लेखन के अक्षर ज्ञान, शब्द ज्ञान तथा वाक्य के स्वरूप का ज्ञान तथा कौशल का विकास करना। 2. लेखन से सुंदर लेखन का विकास करना। 3. लेखन से अवगत कराना तथा उसका अभ्यास कराना। 4. लेखन से भावों एवं विचारों को अभिव्यक्त करने की योग्यता का विकास करना। 5. लेखन से भौतिक क्षमताओं का विकास करना। बालकों को लिखना सिखाते समय,निम्नलिखित बातों का स्मरण रखना आवश्यक है - 1. लेखन चक्र अधिक लंबा ना हो, अन्यथा बालक थक जाएंगे और उनका लिखना अच्छा नहीं बनेगा। 2. लिखना सिखाने का भी एक क्रम है। यह क्रम वर्णमाला के क्रम से कुछ भिन्न है। पहले सरल अक्षर सिखाया जाए बाद में कठिन अक्षरों का प्रयास या अभ्यास कराया जाए। 3. लिखना सिखाते समय पहले वही अक्षर चुना जाए, जिसे बालक थोड़े से प्रयास से ही लिख सकें। फिर उस वर्ण में थोड़ा सा परिवर्तन करके, एक और वर्ण बनाया जाए। इसी प्रकार चार-पांच वर्ण बनवाया जाए। सारी वर्णमाला को इसी प्रकार कुछ वर्णों में विभाजित करके अक्षर बनाना सिखाया जाए। इस प्रकार बालक अक्षरों को तुलनात्मक दृष्टि से भी देख सकेंगे और सीख सकेंगे। 4. प्रारंभ में लिखने की गति पर इतना ध्यान नहीं देना चाहिए, जितना इस बात पर कि बालक जो-जो लिखें,ठीक-ठीक तथा सुंदर लिखें। यदि बालकों ने सुंदर लिखना सीख लिया तो बाद में गति भी ठीक हो जाएगी। 5. पहले बालकों से छोटे छोटे अक्षर लिखने के लिए न कहा जाए। पहले पहल उन्हें बड़े बड़े अक्षर लिखने को दिए जाएं। इस बात का ध्यान रखा जाए कि उनमें पर्याप्त अंतर हो या पर्याप्त दूरी हो। धीरे-धीरे अक्षरों का आकार और अंतर ठीक हो जाएगा।