सन 1985 का जनवरी महीना भारतीय राजनीति के लिए काफ़ी उथलपुथल वाला था. प्रधानमंत्री राजीव गांधी के प्रधान सचिव पी सी एलेक्ज़ेडर ने इस्तीफ़ा दे दिया था. भारत के कहने पर फ़्रांस ने दिल्ली से अपना राजदूत वापस बुला लिया था. चेकोस्लवाकिया, पोलैंड और पूर्वी जर्मनी के दिल्ली दूतावास से कई राजनयिकों को निष्कासित किया गया था. इस सबके पीछे एक जासूसी स्केंडल था जिसके तार भारत सरकार के केंद्र बिंदु प्रधानमंत्री कार्यालय से जुड़े हुए थे. रेहान फ़ज़ल के साथ विवेचना में आज, 80 के दशक में हुए कुमार नारायण जासूसी स्कैंडल की अनकही कहानी. वीडियो: सदफ़ ख़ान #rajivgandhi #spy #india * ऐसे ही और दिलचस्प वीडियो देखने के लिए चैनल सब्सक्राइब ज़रूर करें- https://www.youtube.com/channel/UCN7B-QD0Qgn2boVH5Q0pOWg?disable_polymer=true * बीबीसी हिंदी से आप इन सोशल मीडिया चैनल्स पर भी जुड़ सकते हैं- फ़ेसबुक- https://www.facebook.com/BBCnewsHindi ट्विटर- https://twitter.com/BBCHindi इंस्टाग्राम- https://www.instagram.com/bbchindi/ व्हाट्सऐप- https://www.whatsapp.com/channel/0029Vaf8zY1ElagsEvZ4Gp1I बीबीसी हिंदी का एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें- https://play.google.com/store/apps/details?id=uk.co.bbc.hindi

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