भारत ने हथियारों पर छुपाया 99% भारत को नहीं पता! भारत ने ब्रिटन के हथियार से MK उठाया । भारत अब तेजी से स्वदेशी हथियारों की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। सेना, नौसेना और वायुसेना — तीनों ही शाखाएं आत्मनिर्भरता के रास्ते पर हैं। टैंक, मिसाइल, फाइटर जेट, आर्टिलरी सिस्टम — हर क्षेत्र में देश अपने हथियार खुद बना रहा है। लेकिन इस ऐतिहासिक बदलाव के बीच एक अहम सवाल खड़ा होता है: भारत अब भी अपने हथियारों के नामकरण में "MK1", "MK2" जैसे ब्रिटिश शब्द क्यों इस्तेमाल कर रहा है? "MK" यानी "Mark" — यह शब्द ब्रिटिश सैन्य परंपरा से जुड़ा है। लेकिन भारत अब न तो ब्रिटेन का उपनिवेश है और न ही ब्रिटेन भारतीय हथियार निर्माण में कोई योगदान दे रहा है। इसके विपरीत, पाकिस्तान जैसे देश अपने हथियारों में "Block 1", "Block 2" जैसे नाम इस्तेमाल करते हैं। अमेरिका और रूस भी अपने-अपने तरीके से नामकरण करते हैं — जैसे SM, UB, K, या Version Codes। अब समय आ गया है कि भारत भी अपने हथियारों की पहचान खुद तय करे — अपनी भाषाई और सैन्य परंपरा के अनुरूप। क्या भारत को अब अपने हथियारों के लिए "भारतीय नामकरण प्रणाली" विकसित नहीं करनी चाहिए? यह वीडियो एक बहस की शुरुआत है — एक ऐसे मुद्दे पर, जो अब तक अनदेखा था, लेकिन भारत की सैन्य आत्मनिर्भरता के भविष्य के लिए बेहद जरूरी है।

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